देवरिया जिले के लार थाना क्षेत्र में एक पट्टीदारी के विवाद में एक संघ कार्यकर्ता रामेश्वर तिवारी के साथ पुलिस पर बर्बरतापूर्ण व्यवहार करने का आरोप है। पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने रामेश्वर को थाने में पीटा और उनकी बेटी के साथ अभद्रता की।
रामेश्वर तिवारी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे पुलिसकर्मियों पर जातिसूचक अपमानजनक बातें कहने और उन्हें मारने-पीटने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उनकी बेटी को बाल खींचकर धक्का दिया और उन्हें थानाध्यक्ष के कमरे में बंद कर पीटा गया। रामेश्वर ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की मांग भी की, ताकि पुलिसकर्मियों की बर्बरता का प्रमाण मिल सके।
लार थाना के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर कपिल देव चौधरी ने बताया कि यह विवाद दो पट्टीदारों के बीच था, जिसमें एक ने सिंचाई के लिए पाइप बिछाए थे और दूसरे ने उसके ऊपर से ट्रैक्टर चला दिया। पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाकर समझाने की कोशिश की, लेकिन विवाद बढ़ गया। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया और उन्हें शांति भंग के लिए चालान किया।
एसपी संकल्प शर्मा ने लार थाना में तैनात हेड कांस्टेबल उमेश चंद्र यादव, कांस्टेबल अंकित यादव और कांस्टेबल कुश कुमार गौड़ को लाइन हाजिर कर दिया। फिलहाल इनकी जगह पर किसी नई तैनाती नहीं की गई है। इस घटना ने संघ और भाजपा कार्यकर्ताओं में उबाल ला दिया है, जिससे पुलिस पर दबाव बढ़ गया है।