जिले के तरकुलवा थाना क्षेत्र के महुआपाटन गांव की रहने वाली अल्पसंख्यक परिवार की एक महिला ने 18 अगस्त को किसी बात पर अपनी बेटियों को डांट दिया। दोनों नाबालिग बहनें एक 15 वर्षीय दूसरी 11 वर्षीय रात में किसी तरह देवरिया सदर रेलवे स्टेशन आ गईं और वहां से ट्रेन में सवार होकर पश्चिम बंगाल के सियालदाह रेलवे स्टेशन पहुंच गईं।
20 अगस्त को सियालदाह में दोनों नाबालिग बहनों को सड़क पर लावारिश घूमते देकर उनके हावभाव से वहां की पुलिस को शक हुआ। दोनों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम और पता और घर का मोबाइल नंबर बताया। इसके बाद वहां की पुलिस ने घर वालों से बात कर इसकी सूचना दी।
इधर, परिजनों ने इसकी सूचना थाना के सब इंस्पेक्टर जहीर अब्बास जैदी को दी। सब इंस्पेक्टर ने वहां की पुलिस से संपर्क किया। लोकेशन की जानकारी लेने के बाद वह परिजनों को साथ लेकर शुक्रवार को सियालदाह के लिए रवाना हो गए। वहां पहुंचकर कागजी कार्रवाई के बाद दोनों को लेकर रविवार शाम को तरकुलवा थाना पहुंचे।
क्या बताया प्रभारी थानाध्यक्ष ने
इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष शैलेश कुमार ने बताया कि लापता दोनों नाबालिग बहनें मिल गई हैं। उनका मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। अभी वन स्टॉप सेंटर भेजा गया है।