हरियाणा विधानसभा की 90 में से 67 सीटों पर प्रत्याशी घोषित होते ही भाजपा में टिकट के बाकी दावेदारों में असंतोष बढ़ गया है।
अब तक मंत्री-विधायकों, पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों सहित 250 से अधिक नेताओं और पदाधिकारियों ने विभिन्न पदों से त्यागपत्र देते हुए पार्टी छोड़ दी है। सूची जारी होते ही सबसे पहले हरियाणा भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज ने सभी पदों से इस्तीफा दिया।
गुरुवार को समर्थकों के बीच पहुंचे विधायक कहीं टिकट कटने के गम तो कहीं टिकट मिलने की खुशी में रोते नजर आए। टिकट कटने से नाराज नेताओं को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि कर्णदेव के अलावा अन्य सभी हमारे मजबूत नेता हैं। हम उन्हें समझाने का काम करेंगे। बागी हुए बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को मनाने के प्रयास शुरू हो गए हैं।
सोनीपत में टिकट कटने के बाद समर्थकों के साथ बैठक में पूर्व मंत्री कविता जैन और भिवानी में पूर्व विधायक शशि रंजन परमार फूट-फूट कर रोए। करनाल में प्रत्याशी घोषित जगमोहन आनंद खुशी में रोये। जगमोहन आनंद को मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की करनाल विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।
भाजपा ने नौ विधायकों के टिकट काटे हैं। प्रमुख नेताओं में हिसार से टिकट मांग रही पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने भाजपा छोड़ते हुए निर्दलीय चुनावी रण में उतरने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह हर हाल में विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। अभी भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्य हैं, भाजपा में शामिल होते हुए उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया था और न ही विधिवत भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।
बिजली मंत्री रणजीत ने मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए रानियां हलके से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। डबवाली से टिकट मांग रहे ताऊ देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल चौटाला ने भी हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया।
रेवाड़ी में बालीवुड अभिनेता राजकुमार राव के जीजा और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य सहित विभिन्न पदों पर काबिज सुनील राव ने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेज दिया है।