एक निजी फाइनेंस कंपनी के दो फील्ड ऑफिसरों ने करीब 15 लाख रुपये की ठगी की। इसकी जानकारी तब हुई जब कंपनी पहुंच कर साप्ताहिक रकम जमा करने के बाद भी नहीं जमा होने पर महिलाओं ने बवाल काटा। सहायक शाखा प्रबंधक सहित अन्य पदाधिकारियों ने दोनों फील्ड ऑफिसरों को पकड़ा और महिलाओं के साथ थाने पहुंच गए। इसके बाद शाखा प्रबंधक ने दोनों के विरुद्ध पुलिस को तहरीर दी।
इधर, तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसका फायदा उठाकर घटना के दिन ही एक फील्ड ऑफिसर कोतवाली से फरार हो गया। उसकी गिरफ्तारी करने की बजाय पुलिस ने दूसरे दिन हिरासत में लिए गए दूसरे फील्ड ऑफिसर को भी छोड़ दिया। पुलिस इस मामले में अभियोजन अधिकारी से दिशा-निर्देश प्राप्त करने की बात कह रही है।
देवरिया शहर की भुजौली कॉलोनी में एक निजी फाइनेंस कंपनी संचालित होती है। कंपनी के कर्मचारी शहर और गांवों में भ्रमण कर लोगों को बड़ी संख्या में से बनाकर लोन देते हैं। इस कार्य के लिए बैंक से दो फील्ड ऑफिसर जुड़े हैं। एक कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाने के रामनगर के तरगडइया गांव निवासी अभय तिवारी पुत्र वशिंद्र तिवारी है तो दूसरा गाजीपुर जिले के जंगीपुर थाने के चकदरांव गांव निवासी विजय मल्ल पिता लालजी बिंद है।
लीगल एडवाइजर सतीश मिश्रा ने बताया कि दोनों कर्मियों के द्वारा वसूली व सेटलमेंट की रकम लेकर हजम करने की जानकारी के लिए कई सेंटरों की जांच कराई गई है। अब तक 15 लाख रुपये गायब होने का मामला प्रकाश में आया है। अन्य सेंटर की जांच कराई जा रही है।
इधर, सहायक शाखा प्रबंधक दुर्गा दत्त तिवारी रुपये हजम करने वाले दोनों फील्ड ऑफिसर को पकड़ कर कोतवाली ले गए। इसके बाद पुलिस से दोनों को हिरासत में लेने को कहा, लेकिन पुलिस उनकी बात को अनसुना कर दिया। इसके बाद कोतवाली से चकमा देकर अभय तिवारी नामक फील्ड ऑफिसर फरार हो गया। बैंक के अधिकारियों और महिलाओं ने विरोध जताया तो पुलिस ने विजय मल्ल को हिरासत में ले लिया। पुलिस से पूछताछ करने के बाद उसे भी मंगलवार को छोड़ दिया। अब तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। कोतवाल वेद प्रकाश शर्मा ने बताया कि हिरासत में लिए गए युवक को छोड़ दिया गया है। अभियोजन अधिकारी से इस संबंध में दिशा-निर्देश मांगा गया है। दिशा-निर्देश प्राप्त होते ही प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
युवक के पास से आधा दर्जन एटीएम कार्ड व एक क्रेडिट कार्ड बरामद
पुलिस हिरासत से रिहा गाजीपुर निवासी फील्ड ऑफिसर विजय मल्ल के पास से करीब छह एटीएम कार्ड विभिन्न कंपनियों के मौजूद थे। इसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। उसके पास से एक क्रेडिट कार्ड भी बरामद हुआ।
विजय ने कंपनी के अधिकारियों को दिए दो लाख रुपये किस्त की रकम देने के बाद भी जमा नहीं होने पर दर्जनों की संख्या में महिलाएं शहर के भुजौली कॉलोनी स्थित निजी फाइनेंस कंपनी की शाखा पर पहुंचीं। कंपनी के अधिकारियों ने दोनों फील्ड ऑफिसरों को पकड़कर पूछताछ की, जिस पर विजय ने बैंक के अधिकारियों को नकदी व खाते से करीब दो लाख रुपये उपलब्ध करा दिए। इसके बाद शेष पैसा भी जल्द देने की बात कही। उसने करीब चार लाख रुपये ही लेने की बात स्वीकारी थी। इसके बाद कंपनी के अधिकारियों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया था।