12 जुलाई को उपेंद्र सिंह (35) की तबियत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। वहां से उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर किया गया। हालांकि, स्वास्थ्य में सुधार न होने के कारण परिजन उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराते हैं। लेकिन, रास्ते में ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण उपेंद्र की मौत हो गई।
मृतक की पत्नी संगीता ने तहरीर देकर दूधनाथ मणि और अनिल मणि के अलावा दो अज्ञात व्यक्तियों पर हत्या का मामला दर्ज कराया। सोशल मीडिया पर यह चर्चा भी थी कि उपेंद्र को जहर देने की योजना बनाई गई थी, हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है।
उपेंद्र की मौत के 24 घंटे बाद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर परिजनों ने सड़क पर प्रदर्शन किया था और देवरिया-गोरखपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था। इस दौरान पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। जिसके बाद पुलिस ने अनिल मणि को गिरफ्तार किया, जबकि दूधनाथ मणि की तलाश में दबिश जारी रही।